ग्वालियर। शिक्षा के साथ-साथ समाज के विकास के लिए कार्य करना चाहिए।
जिससे व्यक्तित्व का विकास होता है। स्वयं सेविकाओं द्वारा 7 दिन तक त्याग और तपस्या कर समाज के लोगों के बीच रहकर सभी क्षेत्र में लोगों को प्रेरित करने का जो काम किया गया है, वह सराहनीय है। यह बात मध्य भारत
शिक्षा समिति द्वारा संचालित माधव विधि महाविद्यालय की रासेयो इकाई द्वारा पड़ाव स्थित गायत्री नगर में आयोजित सात दिवसीय विशेष शिविर के समापन अवसर पर उच्च शिक्षा विभाग के उप निदेशक एमआर कौशल ने मुख्य अतिथि के रूप कही।
कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में मध्य भारत शिक्षा समिति के अध्यक्ष नरेन्द्र कुंटे, माधव विधि महाविद्यालय के शासी निकाय अध्यक्ष प्रवीण नेवासकर उपस्थित थे। समापन समारोह में विशिष्ट अतिथि श्री कुंटे
ने कहा कि शिविर में सीखी हुई बातों पर अमल कर जीवन में हमेशा परोपकार के
लिए तैयार रहें। वहीं श्री नेवास्कर ने कहा कि स्वयंसेविकाएं हमेशा जरूरतमंद की मदद के लिए तैयार रहें। कार्यक्रम अधिकारी डॉ नीति पांडे ने शिविर की गतिविधियों पर प्रकाश डाला। श्रीमती पांडे ने कहा कि कोई भी
कार्य केवल प्रमाण पत्र के लिये ही नहीं होना चाहिए बल्कि उसका उद्देश्य प्रमाण पत्र के साथ-साथ जो हमने सीखा है उसे निरंतर हम आगे बढ़ाते रहे।इस अवसर पर पुरूष इकाई के कार्यक्रम अधिकारी डॉ अमित बंसल, सहायक प्राध्यापक रीना रानी जाट मुख्य रूप से उपस्थित थी।
इन विजेताओं को किया पुरुस्कृत
वाद विवाद प्रतियोगिता में रश्मि शर्मा प्रथम, सृष्टि दुबे द्वितीय,
स्वाति राठौर तृतीय चित्रकला प्रतियोगिता में सृष्टि दुबे प्रथम, रिया
सिंह द्वितीय, स्वाति राठौ तृतीय, एकल नृत्य में रागिनी शर्मा प्रथम,
अंजलि शाक्य द्वितीय सृष्टि दुबे तृतीय, समूह नृत्य में अंकिता शर्मा
सौम्या बंसल, रश्मि वर्मा, अंकिता समाधिया, सृष्टि दुबे, मानसी सक्सैना
को अतिथियों द्वारा प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया।